शोधकर्तओं के अनुसार ज्यादातर लोगों में पार्किंसंस पर्यावरण आनुवंशिककारकोंके संयोजनके कारण से होता है। कुछ पर्यावरण जोखिम , जैसे कीटनाशकोंसे लम्बे सम्पर्क में आना या सिर की चोट, PD के बढ़ते खतरे से जुड़े हैं।फिर भी, कई पार्किंसंस से पीड़ित रोगियोंके इन सब खतरों के संपर्क में ना आने से भी इससे पीड़ित होने के पर डॉक्टर पक्की तरह से कुछ नहीं कह सकते।
ये ही बात आनुवंशिकीकारणों के बारे में कही जा सकती है। कुछ आनुवंशिक उत्परिवर्तन PD के बढ़ते जोखिम से जुड़े हुए है। किन्तु, अधिकतर लोगों में पार्किंसंस किसी एक आनुवांशिक उत्परिवर्तन प्रत्यक्ष रूप से सम्बंधित नहीं है। पढ़िए क्या मेरे बच्चों को पार्किंसंस होने की संभावना है?

बढ़ती उम्र, पार्किंसंस का सबसे बड़ा कारण है, औसतन ६० वर्ष की उम्र में इसका निदान होता है। परन्तु कुछ रोगी ४० वर्ष की उम्र में भी PD से ग्रस्त होते है। पढ़िए युवा अवस्था में पार्किंसंस
महिलाओं की तुलना में पुरषों में पार्किंसंस की दर अधिक होती है और बाकी नस्लों से गोरो में ज्यादा होती है। शोधकर्ता इन असमानताओं का अध्यन कर, इस बिमारी के बारे में समझने और स्वास्थ्य की देखभाल की पहुँच एवं समाविष्टि में सुधार करने की चेष्ठा कर रहे है।
Source –www.michaeljfox.org Picture Credit - www.jaipurneuro.com